सोची, 3 अगस्त 2025: रूस के काला सागर तट पर बसे रिसॉर्ट शहर सोची में रविवार को यूक्रेन ने एक बड़े पैमाने पर ड्रोन हमला किया, जिसने शहर के एक प्रमुख तेल डिपो को निशाना बनाया। इस हमले से तेल डिपो में भीषण आग लग गई, और आसमान में घना काला धुआं छा गया। क्रास्नोदर क्षेत्र के गवर्नर वेनियामिन कोंद्रात्येफ़ ने बताया कि एक यूक्रेनी ड्रोन का मलबा 2,000 क्यूबिक मीटर (लगभग 70,000 क्यूबिक फीट) क्षमता वाले ईंधन टैंक से टकराया, जिससे आग भड़क उठी। आग पर काबू पाने के लिए 120 से अधिक दमकलकर्मियों को तैनात किया गया, और कई घंटों की मशक्कत के बाद आग बुझाई गई। इस हमले के चलते सोची हवाई अड्डे पर उड़ानें अस्थायी रूप से रोक दी गईं, जो रविवार रात 10 बजे (स्थानीय समय) तक बहाल हो गईं।
रूसी रक्षा मंत्रालय ने दावा किया कि यूक्रेन ने रातोंरात 100 से अधिक ड्रोन्स का इस्तेमाल किया, जिनमें से 93 को रूसी वायु रक्षा इकाइयों ने नष्ट कर दिया। इनमें से एक ड्रोन क्रास्नोदर क्षेत्र में और 60 काला सागर के ऊपर मार गिराए गए। यह हमला यूक्रेन की उस रणनीति का हिस्सा है, जिसमें वह रूस के ऊर्जा ढांचे को निशाना बनाकर मॉस्को की युद्ध मशीनरी को कमजोर करने की कोशिश कर रहा है। सोची, जो यूक्रेनी सीमा से करीब 400 किलोमीटर दूर है, पहले कम ही निशाना बना है, लेकिन हाल के महीनों में यूक्रेन ने अपनी लंबी दूरी की ड्रोन क्षमता को बढ़ाया है।
वीडियो बनाने वाली युवतियों की हिरासत
इस हमले के बीच, सोची के एडलर जिले में जलते तेल डिपो के सामने सोशल मीडिया के लिए वीडियो बनाने के आरोप में दो रूसी युवतियों, दारिया (21) और करीना (19), के साथ-साथ एक अज्ञात युवक को पुलिस ने हिरासत में लिया। वायरल हुए वीडियो में विस्फोट और आग की लपटें साफ दिखाई दे रही थीं, जो कथित तौर पर इंस्टाग्राम या टिकटॉक जैसे प्लेटफॉर्म्स के लिए बनाया गया था। रूसी अधिकारियों ने इसे सुरक्षा उल्लंघन मानते हुए तीनों को हिरासत में लिया, और बाद में तीनों ने कैमरे पर औपचारिक माफी मांगी। यह घटना रूस में युद्ध से संबंधित सूचनाओं पर सख्त सरकारी नियंत्रण को दर्शाती है, जहां इस तरह की सामग्री को राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा माना जा सकता है।
रूस-यूक्रेन संघर्ष का व्यापक परिदृश्य
यह हमला रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे संघर्ष का हिस्सा है, जो 2014 में क्रीमिया के रूस द्वारा कब्जे के बाद शुरू हुआ और फरवरी 2022 में रूस के पूर्ण पैमाने पर आक्रमण के बाद और गहरा गया। दोनों पक्ष एक-दूसरे के क्षेत्रों पर ड्रोन और मिसाइल हमले कर रहे हैं। उसी सप्ताहांत, रूस ने यूक्रेन के मायकोलायिव और खेरसन शहरों पर हमले किए, जिसमें मायकोलायिव में सात लोग घायल हुए और खेरसन में एक महत्वपूर्ण पुल पर बमबारी से एक व्यक्ति की मौत हो गई। गुरुवार (31 जुलाई 2025) को कीव पर रूस का मिसाइल हमला 31 लोगों की जान ले गया, जिसमें पांच बच्चे शामिल थे, जो 2022 के बाद से सबसे घातक हमलों में से एक था।
यूक्रेन ने भी जवाबी कार्रवाई तेज कर दी है। सोची हमले के अलावा, यूक्रेनी सेना ने रियाज़ान में एक प्रमुख रिफाइनरी, वोरोनेज़ में एक इलेक्ट्रॉनिक्स कारखाने और पेन्ज़ा में अन्य सुविधाओं पर हमले किए। ये हमले रूस की ऊर्जा आपूर्ति और सैन्य उत्पादन को बाधित करने के लिए किए जा रहे हैं, जिसके परिणामस्वरूप रूस में गैसोलीन की कमी और रिफाइनरियों की मरम्मत में देरी हो रही है।
कूटनीतिक घटनाक्रम
हमले के बीच, यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर ज़ेलेंस्की ने 3 अगस्त को घोषणा की कि रूस और यूक्रेन ने इस्तांबुल में जुलाई में हुई बातचीत के बाद 1,200 युद्धबंदियों के आदान-प्रदान पर सहमति जताई है। सूचियों को अंतिम रूप देने और नागरिकों की रिहाई के लिए प्रयास जारी हैं। दूसरी ओर, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने रूस पर युद्धविराम के लिए दबाव बनाया है, और 8 अगस्त की समय सीमा दी है, जिसके बाद रूसी तेल निर्यात पर कठोर आर्थिक प्रतिबंध लगाने की धमकी दी है। ट्रम्प के विशेष दूत स्टीव विटकॉफ रूस में युद्धविराम पर बातचीत के लिए जाने वाले थे, लेकिन पहले के दौर की बातचीत विफल रही है, और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने युद्धविराम की मांगों को खारिज किया है।
निष्कर्ष
सोची ड्रोन हमला यूक्रेन की बढ़ती सैन्य क्षमता को दर्शाता है, जो अब रूस के भीतर गहरे तक हमले करने में सक्षम है। यह हमला न केवल रूस के ऊर्जा ढांचे को नुकसान पहुंचाता है, बल्कि रूसी नागरिकों को भी युद्ध के प्रभावों का एहसास कराता है। दूसरी ओर, वीडियो बनाने वालों की हिरासत रूस में सूचना नियंत्रण की सख्ती को उजागर करती है। जैसे-जैसे दोनों पक्ष अपने हमलों को तेज करते हैं, नागरिकों और बुनियादी ढांचे को भारी नुकसान हो रहा है, और युद्धविराम की संभावना अभी भी दूर दिखाई देती है।
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