वर्तमान स्थिति
30 जुलाई, 2025 को, रूस के कामचटका प्रायद्वीप के पास 8.8 तीव्रता के भूकंप के कारण जापान में सुनामी की चेतावनी जारी की गई थी। यह चेतावनी अब सलाह में बदल दी गई है, और होक्काइडो से ओकिनावा तक के तटीय क्षेत्रों में सावधानी बरतने की अपील की गई है। सुनामी की लहरें कई स्थानों पर दर्ज की गईं, जिसमें इवाटे के कुजी पोर्ट में 1.3 मीटर, होक्काइडो के नेमुरो में 80 सेमी, और मियागी के इशिनोमाकी पोर्ट में 70 सेमी शामिल हैं। जापानी मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि सुनामी का खतरा कम से कम एक दिन तक बना रह सकता है।
निकासी और सुरक्षा उपाय
लगभग 2.29 मिलियन लोगों को 229 नगरपालिकाओं में निकासी के आदेश दिए गए थे। लोगों को समुद्र से दूर रहने, उच्चतर स्थानों पर जाने, और सुरक्षित स्थानों को छोड़ने से बचने की सलाह दी गई है, खासकर गर्म मौसम के बावजूद। रेल, सड़क और हवाई यातायात प्रभावित हुआ है, और समुद्र तट बंद कर दिए गए हैं।
क्षति और हताहत
अभी तक जापान में किसी भी प्रमुख क्षति या हताहत की खबर नहीं है। हालांकि, रूस के कामचटका क्षेत्र में सुनामी ने कुछ इमारतों को नुकसान पहुंचाया है, लेकिन वहां भी किसी हताहत की सूचना नहीं है।
विस्तृत रिपोर्ट
30 जुलाई, 2025 को, जापान में एक भयंकर सुनामी की चेतावनी जारी की गई थी, जो रूस के कामचटका प्रायद्वीप के पास आए 8.8 तीव्रता के भूकंप के कारण उत्पन्न हुई। यह घटना प्रशांत महासागर के कई क्षेत्रों को प्रभावित करने वाली थी, जिसमें जापान के तटीय क्षेत्र विशेष रूप से शामिल थे। नीचे दी गई रिपोर्ट में विस्तार से जानकारी दी गई है, जिसमें वर्तमान स्थिति, ऐतिहासिक संदर्भ, और सुरक्षा उपाय शामिल हैं।
वर्तमान सुनामी की स्थिति
जापानी मौसम विभाग (Japan Meteorological Agency, JMA) ने initially सुनामी की चेतावनी जारी की थी, लेकिन 30 जुलाई, 2025 की शाम तक इसे सलाह (advisory) में घटा दिया गया। वर्तमान में, होक्काइडो से ओकिनावा तक के तटीय क्षेत्रों में सुनामी की सलाह लागू है। JMA के अनुसार, सुनामी की लहरें कई स्थानों पर दर्ज की गईं, जिनकी ऊंचाई निम्नलिखित तालिका में दी गई है:
स्थान | लहर की ऊंचाई |
---|---|
कुजी पोर्ट, इवाटे | 1.3 मीटर |
नेमुरो, होक्काइडो | 80 सेमी |
इशिनोमाकी पोर्ट, मियागी | 70 सेमी |
योकोहामा पोर्ट | 30 सेमी |
JMA के अधिकारी कियोमोटो मसाशी ने बताया कि सुनामी की लहरें एक घंटे के लंबे चक्र में आ रही हैं, और खतरा कम से कम एक दिन तक बना रह सकता है। विशेष रूप से, तोहोकू और कांतो क्षेत्रों में उच्च लहरें देखी गई हैं, और लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।
निकासी और सुरक्षा उपाय
इस घटना के जवाब में, लगभग 2.29 मिलियन लोगों को 229 नगरपालिकाओं में निकासी के आदेश दिए गए थे, जैसा कि 30 जुलाई, 2025 को शाम 5 बजे की रिपोर्ट में बताया गया। लोगों को समुद्र से दूर रहने, उच्चतर स्थानों पर जाने, और सुरक्षित स्थानों को छोड़ने से बचने की सलाह दी गई है, खासकर गर्म मौसम के बावजूद। रेल, सड़क और हवाई यातायात प्रभावित हुआ है, और समुद्र तट बंद कर दिए गए हैं। JMA ने लोगों को रेडियो, स्मार्टफोन, या मोबाइल फोन के माध्यम से नवीनतम जानकारी प्राप्त करने की सलाह दी है।
क्षति और हताहत
अभी तक जापान में किसी भी प्रमुख क्षति या हताहत की खबर नहीं है। हालांकि, रूस के कामचटका क्षेत्र में सुनामी ने कुछ इमारतों को नुकसान पहुंचाया है, जिसमें एक बंदरगाह के बाढ़ में आने और एक इमारत के बहने की वीडियो फुटेज सामने आई है। रूसी अधिकारियों ने कहा कि वहां किसी हताहत की सूचना नहीं है, और मॉस्को सरकार ने भी कोई मृत्यु की पुष्टि नहीं की है। जापान में, फुकुशिमा दाइची परमाणु ऊर्जा संयंत्र के संचालक ने प्रशांत महासागर में उपचारित रेडियोधर्मी अपशिष्ट जल की रिलीज को रोक दिया है, लेकिन IAEA (अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी) ने कहा कि परमाणु ऊर्जा संयंत्रों पर कोई सुरक्षा प्रभाव नहीं पड़ा है।
ऐतिहासिक संदर्भ
यह घटना 1952 के कामचटका भूकंप (9.0 तीव्रता) की याद दिलाती है, जिसने जापान और हवाई को प्रभावित किया था। उस समय, जापान में कुजी में 1 मीटर और इशिनोमाकी में 92 सेमी की लहरें दर्ज की गई थीं, जबकि उत्तर-पूर्वी जापान में 3 मीटर से अधिक की लहरें आई थीं, और होक्काइडो से मियाजाकी तक बाढ़ की रिपोर्ट आई थी। यह ऐतिहासिक डेटा JMA द्वारा वर्तमान स्थिति का आकलन करने में उपयोग किया गया है, खासकर उच्च सुनामी की संभावना को देखते हुए।
अंतरराष्ट्रीय प्रभाव
इस भूकंप और सुनामी ने न केवल जापान बल्कि रूस, हवाई, और अमेरिका के पश्चिमी तट को भी प्रभावित किया। रूस में कामचटका प्रायद्वीप पर सुनामी की लहरें 4 मीटर तक ऊंची थीं, और वहां कुछ इमारतों को नुकसान पहुंचा। हवाई और जापान ने भी अपनी चेतावनियों को सलाह में घटा दिया है, लेकिन फ्रेंच पोलिनेशिया जैसे क्षेत्रों में अभी भी उच्च लहरों की चेतावनी जारी है।
निष्कर्ष
30 जुलाई, 2025 को जापान में सुनामी की चेतावनी अब सलाह में बदल गई है, लेकिन खतरा अभी भी बना हुआ है। लोगों को सावधानी बरतने, समुद्र से दूर रहने, और उच्चतर स्थानों पर जाने की सलाह दी गई है। यह घटना प्राकृतिक आपदा की गंभीरता को दर्शाती है, और ऐतिहासिक डेटा से पता चलता है कि ऐसी घटनाओं का दीर्घकालिक प्रभाव हो सकता है।
More Stories
कनाडा ने की फिलिस्तीन को मान्यता देने की घोषणा, ब्रिटेन-फ्रांस के बाद लिया फैसला
सन ऑफ सरदार 2 vs सैयारा: क्या अजय की कॉमेडी भारी पड़ेगी रोमांटिक लव स्टोरी पर? जानिये…
भारत ने लॉर्ड्स टेस्ट में ड्यूक्स बॉल पर उठाए सवाल, ओवल फाइनल से पहले आईसीसी नियम परिवर्तन की मांग की