नई दिल्ली, 20 जुलाई (भाषा): अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के एक बार फिर भारत-पाकिस्तान संघर्ष विराम पर अपनी भूमिका का दावा करने के बाद कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर “देश के सम्मान से समझौता” करने का आरोप लगाते हुए सवाल किया है कि क्या भारत ने अमेरिकी दबाव में युद्धविराम स्वीकार किया था?
क्या है विवाद?
ट्रंप ने शुक्रवार को एक बार फिर दावा किया कि 2019 में भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव को उन्होंने ही “व्यापारिक दबाव” के जरिए रोका था। उन्होंने कहा, “हमने भारत और पाकिस्तान के बीच गंभीर युद्ध रोका… वे परमाणु शक्ति संपन्न देश हैं और पांच जेट मार गिराए गए थे। हमने कहा कि अगर आप लड़ते रहे, तो कोई व्यापार समझौता नहीं होगा।”
कांग्रेस का हमला: ‘मोदी सरकार ने गिरवी रखा देश का मान’
कांग्रेस ने ट्रंप के इस बयान को लेकर सरकार पर तीखा हमला बोला है। पार्टी के महासचिव जयराम रमेश ने कहा, “ट्रंप लगातार यह दावा कर रहे हैं कि उन्होंने भारत-पाक युद्ध रुकवाया, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी चुप क्यों हैं? क्या यह सच है कि भारत ने अमेरिकी दबाव में अपनी सैन्य रणनीति बदली?”
कांग्रेस ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में लिखा, “ट्रंप 24वीं बार यही दोहरा रहे हैं। क्या मोदी सरकार ने देश की सुरक्षा और सम्मान को व्यापारिक सौदों के आगे गिरवी रख दिया?”
2019 का पुलवामा-बालाकोट संकट
यह विवाद फरवरी 2019 की उस घटना से जुड़ा है, जब पुलवामा हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के बालाकोट में सर्जिकल स्ट्राइक की थी। इसके बाद पाकिस्तानी वायुसेना ने भारतीय हवाई क्षेत्र में घुसपैठ की और एक भारतीय मिग-21 को मार गिराया था। उस समय अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तनाव कम करने की कोशिशें हुई थीं, लेकिन ट्रंप के दावों ने एक बार फिर इस मुद्दे को राजनीतिक आग में झोंक दिया है।
सरकार की चुप्पी पर सवाल
कांग्रेस ने पूछा है कि अगर ट्रंप के दावे झूठे हैं, तो भारत सरकार आधिकारिक तौर पर खंडन क्यों नहीं कर रही? जयराम रमेश ने कहा, “मोदी-ट्रंप की ‘हाउडी मोदी’ और ‘नमस्ते ट्रंप’ वाली दोस्ती के बीच, क्या यह सौदेबाजी देश की सुरक्षा नीति पर भारी पड़ी?”
भाजपा का जवाब: ‘कांग्रेस पाकिस्तान का एजेंडा चला रही’
भाजपा ने कांग्रेस के आरोपों को “राष्ट्रविरोधी” बताया है। पार्टी के प्रवक्ता शेखर तिवारी ने कहा, “2019 में भारत ने पाकिस्तान को सबक सिखाया था। कांग्रेस ट्रंप के बयानों का इस्तेमाल देश की छवि धूमिल करने के लिए कर रही है। यह पाकिस्तान का एजेंडा है।”
आगे क्या?
संसद का मानसून सत्र शुरू होने वाला है, जहां यह मुद्दा गरमा सकता है। कांग्रेस ने मांग की है कि प्रधानमंत्री मोदी या रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह संसद में इस पर स्पष्टीकरण दें।
नोट: यह खबर सार्वजनिक बयानों और आधिकारिक सूत्रों पर आधारित है। ट्रंप के दावों पर भारत सरकार की आधिकारिक प्रतिक्रिया का अभी इंतजार है।
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