हरियाणा के हिसार जिले में एक निजी स्कूल के प्रिंसिपल की दो किशोर छात्रों ने चाकू मारकर हत्या कर दी। यह हैरान कर देने वाली घटना गुरुवार सुबह स्कूल परिसर में घटी, जिसने पूरे इलाके को स्तब्ध कर दिया।
क्या हुआ था?
गुरुवार सुबह करीब 10:30 बजे, हिसार के एक निजी स्कूल में दो छात्रों (दोनों की उम्र लगभग 15 साल) ने प्रिंसिपल जगबीर सिंह पर चाकू से हमला कर दिया। हमले में प्रिंसिपल को कई गंभीर घाव आए, जिसके बाद उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
हमले की वजह क्या थी?
पुलिस की प्रारंभिक जाँच में पता चला है कि दोनों छात्र प्रिंसिपल द्वारा बार-बार डांटे जाने से नाराज थे। वे अक्सर अनुशासनहीनता के लिए डांट खाते थे, जैसे—
- स्कूल ड्रेस कोड नहीं फॉलो करना (शर्ट बाहर निकालकर घूमना)।
- लंबे बाल रखना और स्कूल नियमों का उल्लंघन करना।
- अन्य अनुशासनात्मक मामलों में लापरवाही बरतना।
हालाँकि, पुलिस यह भी जाँच कर रही है कि कहीं छात्रों और प्रिंसिपल के बीच कोई व्यक्तिगत दुश्मनी तो नहीं थी।
आरोपियों का धमकी भरा वीडियो
स्कूल प्रिंसिपल की हत्या के बाद आरोपियों का धमकी भरा वीडियो वायरल, “10 लाख नहीं दोगे तो अगली बार बेटे की बारी”
हरियाणा के हिसार जिले में स्कूल प्रिंसिपल जगबीर सिंह की हत्या के कुछ समय बाद एक चौंकाने वाला वीडियो सामने आया है। इस वीडियो में आरोपी छात्र साफ-साफ कहते दिखाई दे रहे हैं – “हमें 10 लाख रुपये चाहिए, नहीं दोगे तो देख लेना… अगली बार बेटे की बारी होगी!”
क्या छात्र किसी आपराधिक गैंग से जुड़े थे?
पुलिस को संदेह है कि दोनों किशोर किसी आपराधिक गैंग से प्रभावित हो सकते हैं। कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार, आरोपी छात्रों ने सोशल मीडिया पर धमकी भरे मैसेज भी पोस्ट किए थे। हालाँकि, इसकी पुष्टि जाँच के बाद ही हो पाएगी।
गाँव के ही थे प्रिंसिपल और आरोपी छात्र
एक चौंकाने वाला तथ्य यह है कि पीड़ित प्रिंसिपल जगबीर सिंह और दोनों आरोपी छात्र एक ही गाँव के निवासी थे। इससे यह सवाल भी उठता है कि क्या इस घटना के पीछे कोई पुरानी दुश्मनी थी?
घटना के बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और दोनों किशोरों को गिरफ्तार कर लिया गया है। हमले में इस्तेमाल किया गया फोल्डिंग चाकू भी बरामद कर लिया गया है।
स्कूलों में बढ़ती हिंसा पर सवाल
यह घटना एक बार फिर स्कूलों में बढ़ती हिंसा और छात्रों के बीच आपराधिक प्रवृत्ति पर सवाल खड़ा करती है। शिक्षकों और छात्रों के बीच संवाद की कमी, अनुशासनहीनता और हिंसक प्रवृत्तियों के गंभीर परिणाम सामने आ रहे हैं।
क्या स्कूल और समाज को सोचने की जरूरत है?
- क्या स्कूलों में अनुशासन बनाए रखने के तरीके में बदलाव की जरूरत है?
- क्या छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान देना चाहिए?
- क्या सोशल मीडिया और आपराधिक गैंग्स का युवाओं पर बढ़ता प्रभाव इस तरह की घटनाओं को जन्म दे रहा है?
इस मामले में पुलिस और प्रशासन ने गहन जाँच का आश्वासन दिया है। साथ ही, शिक्षा व्यवस्था में सुधार और छात्र-शिक्षक संबंधों को मजबूत बनाने की दिशा में कदम उठाने की जरूरत है।
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