5 अगस्त 2025 को, गाजा पट्टी में चल रहे इजरायल-हमास संघर्ष ने एक नया और गंभीर मोड़ ले लिया है। इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इजरायल डिफेंस फोर्स (IDF) के चीफ ऑफ स्टाफ लेफ्टिनेंट जनरल एयाल जामिर को स्पष्ट आदेश दिया है कि वे गाजा पर पूर्ण कब्जा करें, अन्यथा इस्तीफा दे दें। यह आदेश हमास द्वारा हाल ही में जारी एक वीडियो के बाद आया, जिसमें दो इजरायली बंधक, रोम ब्रास्लावस्की और एव्यातार डेविड, को गंभीर और कमजोर हालत में दिखाया गया। इस वीडियो ने इजरायल में जनता के बीच गुस्से को भड़का दिया और सैन्य कार्रवाई को तेज करने की मांग को बढ़ावा दिया।
पृष्ठभूमि और वर्तमान स्थिति
22 महीने से चल रहे इस संघर्ष में इजरायल ने गाजा के 70% हिस्से पर नियंत्रण का दावा किया है। IDF का कहना है कि अब उनका ध्यान बाकी 25% क्षेत्र पर है, जहां माना जाता है कि हमास ने बंधकों को छिपाया हुआ है। नेतन्याहू का लक्ष्य हमास के सैन्य और शासकीय ढांचे को पूरी तरह नष्ट करना है, जिसके लिए IDF ने “ऑपरेशन गिदोन’s चैरियट्स” शुरू किया है। इस ऑपरेशन का उद्देश्य गाजा के प्रमुख शहरों, जैसे राफा, खान यूनिस और गाजा सिटी के आसपास के क्षेत्रों पर स्थायी नियंत्रण स्थापित करना है।
हालांकि, इस सैन्य रणनीति ने गाजा में मानवीय संकट को और गहरा कर दिया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) और अन्य सहायता एजेंसियों ने चेतावनी दी है कि गाजा में भुखमरी और कुपोषण खतरनाक स्तर पर पहुंच चुका है। लगभग 4,70,000 लोग भुखमरी का सामना कर रहे हैं, और 90,000 महिलाओं और बच्चों को विशेष पोषण उपचार की जरूरत है। गाजा के 90% से अधिक घर क्षतिग्रस्त या नष्ट हो चुके हैं, जिससे अधिकांश आबादी बिना स्थायी आश्रय के तंबुओं और अस्थायी शिविरों में रहने को मजबूर है।
हाल की घटनाएँ
- 4 अगस्त 2025: गाजा में सहायता की तलाश में जुटे लोगों पर इजरायली हमलों में कम से कम आठ फिलिस्तीनियों की मौत हुई। पालेस्टाइन रेड क्रिसेंट सोसाइटी ने बताया कि नेटजरीम कॉरिडोर में नागरिकों पर हमला हुआ, जिसमें दो लोगों की मौत और 11 घायल हुए।
- हमास का वीडियो: हमास द्वारा जारी वीडियो में दो इजरायली बंधकों की दुर्दशा ने इजरायल में सख्त कार्रवाई की मांग को तेज कर दिया। हमास ने कहा कि वह बंधकों को रिहा करने के लिए तैयार है, बशर्ते गाजा में मानवीय सहायता के लिए कॉरिडोर खोले जाएँ।
- मानवीय सहायता पर विवाद: इजरायल ने गाजा में सहायता वितरण के लिए एक नई संस्था, गाजा ह्यूमैनिटेरियन फाउंडेशन (GHF) की स्थापना को समर्थन दिया है, लेकिन इसे हमास ने “राजनीतिक ब्लैकमेल” करार दिया है। GHF के सहायता वितरण स्थलों पर अक्सर हिंसा की खबरें आती हैं, जहां फिलिस्तीनी नागरिकों पर कथित तौर पर IDF द्वारा गोलीबारी की गई।
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया
संयुक्त राष्ट्र और कई देशों ने गाजा में इजरायल की सैन्य कार्रवाइयों की निंदा की है। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने गाजा को “बच्चों का कब्रिस्तान” करार देते हुए तत्काल युद्धविराम की मांग की है। ऑस्ट्रेलिया, ब्रिटेन, फ्रांस और कनाडा जैसे देशों ने फिलिस्तीनी राज्य को मान्यता देने की दिशा में कदम उठाए हैं, जिससे इजरायल पर दबाव बढ़ा है। अमेरिका, मिस्र और कतर द्वारा मध्यस्थता की कोशिशें बार-बार विफल हो रही हैं, क्योंकि इजरायल हमास के पूर्ण निरस्त्रीकरण और नेताओं के निर्वासन की मांग कर रहा है, जबकि हमास स्थायी सहायता कॉरिडोर की शर्त रख रहा है।
चुनौतियाँ और भविष्य
नेतन्याहू का यह अल्टीमेटम IDF पर दबाव बढ़ाता है, लेकिन यह गाजा में हिंसा को और तेज कर सकता है। विश्लेषकों का मानना है कि गाजा पर पूर्ण कब्जा करना सैन्य रूप से संभव हो सकता है, लेकिन यह मानवीय और राजनीतिक रूप से विनाशकारी होगा। हमास ने चेतावनी दी है कि वह किसी भी सैन्य आक्रमण का जवाब देगा, और क्षेत्र में तनाव बढ़ने की आशंका है।
इसके अलावा, गाजा में सहायता वितरण पर प्रतिबंध और सैन्य कार्रवाइयों ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय को चिंतित किया है। संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, गाजा में प्रतिदिन 500 सहायता ट्रकों की जरूरत है, लेकिन जनवरी 2025 में औसतन केवल 50 ट्रक ही प्रवेश कर पाए। इजरायल का दावा है कि वह सहायता वितरण में कोई सीमा नहीं लगा रहा, लेकिन हमास द्वारा सहायता चोरी के आरोपों को भी खारिज करता है।
निष्कर्ष
नेतन्याहू का यह आदेश गाजा में पहले से ही जटिल और विनाशकारी स्थिति को और गंभीर बना सकता है। जहां एक ओर इजरायल बंधकों की रिहाई और हमास के खात्मे के लिए दृढ़ है, वहीं गाजा की मानवीय स्थिति बदतर होती जा रही है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय युद्धविराम और सहायता वितरण की मांग कर रहा है, लेकिन दोनों पक्षों के बीच गतिरोध के कारण कोई समाधान निकट भविष्य में दिखाई नहीं देता। स्थिति पर नजर रखने के लिए विश्वसनीय समाचार स्रोतों और अपडेट्स की जांच आवश्यक है, क्योंकि यह क्षेत्र अत्यंत अस्थिर बना हुआ है।
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