हरिद्वार, उत्तराखंड: आज सुबह हरिद्वार स्थित प्रसिद्ध मनसा देवी मंदिर में भीषण भगदड़ मच गई, जिसमें 6 श्रद्धालुओं की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए। यह घटना सावन माह के दौरान मंदिर में उमड़े भारी भीड़ के कारण हुई, जब एक अफवाह ने लोगों में दहशत फैला दी।
क्या हुआ था?
- घटना सुबह 8:30 बजे के आसपास मंदिर के सीढ़ीनुमा रास्ते पर हुई।
- अचानक यह अफवाह फैली कि ऊपर से बिजली का तार टूटकर गिर गया है, जिससे भक्तों में भगदड़ मच गई।
- 35 से अधिक लोगों को चोटें आईं, जिन्हें तुरंत अस्पताल पहुँचाया गया।
- दुर्भाग्य से, 6 लोगों की मौत हो गई, जबकि अन्य का इलाज चल रहा है।
प्रशासन और राहत कार्य
- एसएसपी हरिद्वार प्रमेंद्र सिंह डोबाल ने बताया कि पुलिस ने तुरंत कार्रवाई कर घायलों को बचाने का प्रयास किया।
- मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ट्विटर पर जानकारी देते हुए कहा कि एसडीआरएफ, पुलिस और रेस्क्यू टीमें मौके पर पहुँचकर राहत कार्य में जुट गई हैं।
- उन्होंने कहा, “यह खबर बेहद दुखद है। मैं स्थानीय प्रशासन के संपर्क में हूँ और स्थिति पर नजर बनाए हुए हूँ। मैं माता मनसा देवी से सभी भक्तों की सुरक्षा की प्रार्थना करता हूँ।”
सावन माह में भीड़ का दबाव
हरिद्वार में सावन के महीने में हर साल लाखों श्रद्धालु आते हैं, खासकर हर की पौड़ी और मनसा देवी मंदिर में। इस बार भी भारी संख्या में भक्तों का आगमन हुआ, लेकिन दुर्भाग्य से भीड़ नियंत्रण के उपायों में कमी के कारण यह दुर्घटना हो गई।
क्या सीख मिलती है?
- धार्मिक स्थलों पर भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा उपायों को मजबूत करने की जरूरत है।
- अफवाहों पर तुरंत कार्रवाई करने के लिए प्रशासन को सतर्क रहना चाहिए।
- आपातकालीन सेवाओं की तैनाती बढ़ाने की आवश्यकता है।
निष्कर्ष
यह दुर्घटना एक बार फिर भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े करती है। ऐसे पवित्र स्थलों पर श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सख्त कदम उठाए जाने चाहिए।
हमारी संवेदनाएं उन लोगों के परिवारों के साथ हैं, जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया। 🙏
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