जग खबर

जग खबर एक प्रमुख हिंदी समाचार वेबसाइट है, जो देश-विदेश की ताज़ा खबरों, राजनीति, मनोरंजन, खेल, व्यापार, टेक्नोलॉजी और सामाजिक मुद्दों पर समग्र कवरेज प्रदान करती है। हमारा उद्देश्य पाठकों तक सटीक, निष्पक्ष और तेज़ खबरें पहुँचाना है, जिससे वे हर महत्वपूर्ण घटना से अपडेट रह सकें।

भारत-ब्रिटेन रणनीतिक संबंधों को नई ऊर्जा: पीएम मोदी की यूके यात्रा पर 5 प्रमुख बिंदु

नई दिल्ली, 22 जुलाई 2025 – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 23-24 जुलाई को यूनाइटेड किंगडम की आधिकारिक यात्रा पर रहेंगे, जहां वे नए ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर और किंग चार्ल्स तृतीय के साथ महत्वपूर्ण वार्ता करेंगे। विदेश मंत्रालय ने आज प्रेस ब्रीफिंग में इस यात्रा के प्रमुख एजेंडा को साझा किया।

1. भारत-यूके FTA पर फाइनल टच

  • दोनों देशों के बीच मुक्त व्यापार समझौता (FTA) वार्ता का अंतिम चरण पूरा हो चुका है।
  • समझौते पर 26 जुलाई को औपचारिक रूप से हस्ताक्षर होने की संभावना।
  • FTA लागू होने से 2026 तक द्विपक्षीय व्यापार $100 बिलियन तक पहुंचने का अनुमान।

2. खालिस्तानी उग्रवाद पर सख्त रुख

  • विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने स्पष्ट किया कि भारत, ब्रिटेन में सक्रिय खालिस्तानी समर्थकों और भगोड़ों के मुद्दे को प्राथमिकता से उठाएगा।
  • ब्रिटेन से अनंतनाग मामले के आरोपी सहित 15 भगोड़ों को प्रत्यर्पण की मांग की जाएगी।

3. रक्षा व ऊर्जा सहयोग को बढ़ावा

  • 6G तकनीक, समुद्री सुरक्षा और साइबर स्पेस में संयुक्त अनुसंधान पर समझौता होगा।
  • ब्रिटेन की रोल्स-रॉयस कंपनी के साथ भारतीय नौसेना के लिए नई जेनरेशन इंजन डेवलपमेंट पर चर्चा।

4. मालदीव यात्रा: चीन को चुनौती?

  • 25-26 जुलाई को मालदीव की यात्रा के दौरान पीएम मोदी:
    • “सागर” (Security and Growth for All in the Region) पहल को मजबूत करेंगे।
    • अड्डू पोर्ट डेवलपमेंट प्रोजेक्ट पर समझौता हो सकता है।

5. प्रवासी भारतीयों के लिए बड़ी राहत

  • ब्रिटेन में भारतीय छात्रों और पेशेवरों के लिए वीजा नियमों में छूट की योजना।
  • NRI निवेशकों को भारतीय बाजार में अधिक सुविधाएं देने पर चर्चा।

विशेषज्ञ विश्लेषण:

  • “FTA और रक्षा सौदों से भारत-यूके संबंध यूरोप-एशिया का नया स्ट्रैटेजिक एक्सिस बन सकते हैं।” – एस. जयशंकर, पूर्व विदेश सचिव

अगला कदम:

  • 23 जुलाई को लंदन में भारत-यूके व्यापार सम्मेलन
  • 24 जुलाई को विंडसर कैसल में किंग चार्ल्स के साथ बैठक।

यह यात्रा भारत की “वैश्विक दक्षिण” नीति और यूरोप के साथ संबंधों को गहरा करने की रणनीति का अहम हिस्सा है।

.