पैन एम फ्लाइट 103 लॉकरबी बम विस्फोट: आतंक, जांच और न्याय का संघर्ष

1. हादसे की शुरुआत
21 दिसंबर, 1988 को लंदन के हीथ्रो एयरपोर्ट से न्यूयॉर्क के लिए उड़ान भरने वाली पैन एम फ्लाइट 103 (बोइंग 747) स्कॉटलैंड के लॉकरबी के ऊपर उड़ते समय बम धमाके का शिकार हो गई। विमान में 259 यात्री और चालक दल के लोग सवार थे, जिनमें से 190 अमेरिकी नागरिक थे। इसके अलावा, जमीन पर मौजूद 11 स्कॉटिश नागरिकों की भी मौत हुई।
2. हमले की तकनीक

आतंकियों ने सेम्टेक्स प्लास्टिक विस्फोटक को एक टोशिबा कैसेट प्लेयर में छुपाया और उसे विमान के सामान के हिस्से में रखा गया। उड़ान भरने के 38 मिनट बाद बम फटा, जिससे विमान 31,000 फीट की ऊंचाई पर हवा में ही टूट गया।
सेम्टेक्स विस्फोटक के बारे में

- यह एक शक्तिशाली प्लास्टिक विस्फोटक है, जो अक्सर आतंकवादी गतिविधियों में इस्तेमाल होता है।
- इसमें PETN और RDX का मिश्रण रहता है।
- इसे चेकोस्लोवाकिया में 1960 के दशक में विकसित किया गया था।
- इसमें कोई गंध नहीं होती और यह लचीला होता है, इसलिए इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों में छिपाया जा सकता है।
- 1980 और 90 के दशक तक, इसका पता लगाना बेहद कठिन था क्योंकि इसमें धातु नहीं होती थी।
3. दुनिया की सबसे बड़ी जांच

विस्फोट के बाद 845 वर्ग मील इलाके में मलबा बिखर गया – यह अब तक का सबसे बड़ा अपराध स्थल बना।
- 5,000 से अधिक जांचकर्ता (एफबीआई, स्कॉटिश पुलिस आदि),
- 319 टन मलबा व हजारों साक्ष्य बरामद किए गए,
- 16 देशों में 10,000+ साक्षात्कार हुए,
इसने अंतरराष्ट्रीय कानून प्रवर्तन के इतिहास में नई मिसालें कायम कीं।
4. न्याय और विवाद

एफबीआई की जांच में मलबे से मिले रेडियो और टाइमर के टुकड़ों ने लीबियाई एजेंट्स – अब्देल बासेत अली अल-मेगराही और लामेन खलीफा फहिमा तक पहुंच बनाई।
- 1991: ब्रिटेन व अमेरिका ने दोनों आरोपियों पर केस फाइल किया, लेकिन लीबिया के शासक गद्दाफी ने उन्हें सौंपने से मना कर दिया।
- 2000: डॉ. जिम स्वियर (जिन्होंने अपनी बेटी को इस दुर्घटना में खोया) की कोशिशों पर नीदरलैंड्स के एयरबेस पर स्कॉटिश अदालत में मुकदमा चला।
- 2001: फहिमा बरी, अल-मेगराही को उम्रकैद की सजा।
- 2009: प्रोस्टेट कैंसर के चलते अल-मेगराही को मानवीय आधार पर रिहा किया गया; वे लीबिया लौटे, जहां उनका भव्य स्वागत हुआ।
डॉ. जिम स्वियर सहित कई पीड़ित परिवारों ने, प्रस्तुत सबूतों पर सवाल उठाए और मानते हैं कि असल दोषी कौन है, यह हमेशा रहस्य ही रहा।
5. लीबिया की जिम्मेदारी और अंतरराष्ट्रीय राजनीति
2003 में लीबिया ने अंतरराष्ट्रीय दबाव में ज़िम्मेदारी कबूल की और पीड़ित परिवारों को $ 1+ अरब डॉलर मुआवजा दिया। हालांकि सरकार ने औपचारिक रूप से स्वीकारा, पर सीधा अपराध कबूल नहीं किया।
6. नए आरोप और अन्य थ्योरी
- 2020: तीसरे संदिग्ध अबू अगेला मसूद खैर अल-मरीमी पर अमेरिकी अधिकारियों ने आरोप लगाया, जिनका मानना है कि उन्होंने बम को तकनीकी सहायता दी थी।
- कुछ विशेषज्ञ इस हमले को ईरान एयर फ्लाइट 655 पर अमेरिकी हमले का बदला मानते हैं, जिसमें जुलाई 1988 में अमेरिकी नौसेना ने गलती से सिविलियन विमान मार गिराया था।
7. निष्कर्ष
पैन एम 103 की घटना ने हवाईयात्रा की सुरक्षा, आतंकवाद के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय सहयोग और जुर्माना आधारित कूटनीति की नई परिभाषाएं गढ़ीं। कई पीड़ित परिवार आज भी असली अपराधियों और पूरी सच्चाई की तलाश में प्रयत्नशील हैं।
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