लखनऊ/बलरामपुर: उत्तर प्रदेश में अवैध धर्मांतरण और विदेशी फंडिंग के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गुरुवार को जमालुद्दीन उर्फ छांगुर और उसके सहयोगियों के 14 ठिकानों पर छापेमारी की। इनमें से 12 बलरामपुर (अतरौला) और 2 मुंबई (माहिम-ब्रांदा) में स्थित हैं। जांच में पता चला कि छांगुर के 40 बैंक खातों में 106 करोड़ रुपये जमा थे, जिनमें से अधिकांश दुबई, यूएई और नेपाल से आए थे।
कौन है छांगुर?
- असली नाम: करीमुल्ला शाह
- रैकेट का मास्टरमाइंड: यूपी में अवैध धर्मांतरण, धन शोधन और विदेशी फंडिंग का आरोप।
- पहले ही जेल में: छांगुर, उसके बेटे महबूब और सहयोगी नवीन (जलालुद्दीन), नीतू (नसरीन) को यूपी एटीएस ने गिरफ्तार किया था।
ईडी की जांच में क्या सामने आया?
- दुबई-यूएई से फंडिंग: छांगुर के खातों में पश्चिम एशिया से बड़ी रकम आई, जिसे धर्मांतरण और अवैध गतिविधियों में लगाया गया।
- नेपाल से हवाला लिंक: नेपाल के रास्ते काले धन का लेन-देन किया गया।
- मुंबई कनेक्शन: छांगुर ने शहजाद शेख (इलियास शेख) के खाते में 1 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए, जिस पर ईडी ने छापा मारा।
- संपत्तियां बरामद: ईडी ने सोना, नकदी, लग्जरी कारें और संपत्ति के दस्तावेज जब्त किए।
छांगुर का नेटवर्क कितना बड़ा?
- बलरामपुर से मुंबई तक: छांगुर के सहयोगी राजेश उपाध्याय (बलरामपुर सीजीएम कार्यालय) और रशीद शाह (आजमगढ़) भी जांच में घिरे।
- एटीएस ने गिरफ्तार किया रशीद: आजमगढ़ में 25 मई, 2023 को 17 लोगों का धर्मांतरण कराने का आरोप।
- मेरठ कनेक्शन: छांगुर गिरोह के सदस्य बदर अख्तर सिद्दीकी पर युवती का अपहरण करने का मामला दर्ज।
आगे क्या होगा?
- ईडी अब छांगुर को कस्टडी में लेकर रिमांड पर पूछताछ करेगी।
- विदेशी फंडिंग के स्रोतों की गहन जांच की जा रही है।
- यूपी पुलिस और केंद्रीय एजेंसियां धर्मांतरण के बड़े नेटवर्क को उजागर करने पर काम कर रही हैं।
यह मामला अंतरराष्ट्रीय फंडिंग, धन शोधन और धर्मांतरण के गहरे नेटवर्क को उजागर करता है। ईडी और एटीएस की कार्रवाई से यूपी में चल रहे इस काले साम्राज्य पर लगाम लगाने की कोशिश की जा रही है। आगे की जांच में और बड़े नाम सामने आ सकते हैं।
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